
सिडनी, (शिन्हुआ) – मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया के रॉयल चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि ऑस्ट्रेलिया में 5-17 वर्ष की आयु के लगभग आधे बच्चों को नींद की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अध्ययन में यह खुलासा हुआ कि 42% बच्चों को रात में सोने या जागने में कठिनाई होती है, जबकि 21% बच्चों को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता।
रिपोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि 5-12 वर्ष के 45% बच्चे और 13-17 वर्ष के 37% किशोर नींद से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं। इसके अलावा, 44% ऑस्ट्रेलियाई किशोर सोने से एक घंटा पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करते हैं, और 47% माता-पिता मानते हैं कि ऐसे उपकरणों का उपयोग बच्चों को आराम करने में मदद करता है।
अध्ययन ऑस्ट्रेलिया में स्कूल जाने वाले बच्चों और किशोरों के बीच नींद की समस्याओं की व्यापकता को उजागर करता है।
इसके अलावा, रिपोर्ट से पता चला कि लगभग आधे सर्वेक्षण किए गए माता-पिता नींद के बारे में मिथक रखते हैं, यह मानते हुए कि बहुत अधिक नींद किशोरों के लिए हानिकारक है। 40% माता-पिता यह भी गलतफहमी में हैं कि किशोरों को छोटे बच्चों की तुलना में कम नींद की आवश्यकता होती है, और आधे माता-पिता यह मानते हैं कि सप्ताहांत की नींद सप्ताह के दौरान अपर्याप्त नींद की कमी की पूर्ति कर सकती है।
अध्ययन सुझाव देता है कि नींद की स्वच्छता पर आगे की शिक्षा माता-पिता और बच्चों दोनों के लिए फायदेमंद हो सकती है, स्वस्थ नींद की आदतों को बढ़ावा देते हुए समग्र कल्याण में सुधार कर सकती है।
स्रोत
सिन्हुआथाई न्यूज़
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